परिमल प्रकाशन वाक्य
उच्चारण: [ perimel perkaashen ]
उदाहरण वाक्य
- परिमल प्रकाशन, 784, मोतीलाल नेहरू नगर, इलाहाबाद-211002
- परिमल प्रकाशन ' के श्री शिव कुमार सहाय को पत्र लिख कर बात करें।
- वहाँ श्री ज्ञानरंजन, संपादक पहल, मेरी मुलाकात श्री शिवकुमार सहाय जो परिमल प्रकाशन के मालिक थे उनसे करा देते हैं।
- वहाँ श्री ज्ञानरंजन, संपादक पहल, मेरी मुलाकात श्री शिवकुमार सहाय जो परिमल प्रकाशन के मालिक थे उनसे करा देते हैं।
- उनकी कई काव्य पुस्तकोँ का प्रकाशन बहुत पहले परिमल प्रकाशन से हुआ था जिनका अब कहीँ अता पता नहीँ मिलता ।
- उनकी कई काव्य पुस्तकोँ का प्रकाशन बहुत पहले परिमल प्रकाशन से हुआ था जिनका अब कहीँ अता पता नहीँ मिलता ।
- बाद में राजेश जोशी ने शरद की कविताओं का संकलन “ तय तो यही हुआ था ” नाम से परिमल प्रकाशन इलाहाबाद से प्रकाशित कराया।
- प्रयाग के साहित्यिक परिवेश से उनके गहरे रिश्ते का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी सभी मुख्य कृतियाँ इलाहाबाद के परिमल प्रकाशन से ही प्रकाशित हुई।
- सहाय साहब और परिमल प्रकाशन और बाबू जी एक-दूसरे के पर्याय थे, कहते केशव जब किसी ने नहीं छापा, सहाय ने छापा, अब सब चक्कर लगाते हैं।
- प्रयाग के साहित्यिक परिवेश से उनके गहरे रिश्ते का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी सभी मुख्य कृतियाँ इलाहाबाद के परिमल प्रकाशन से ही प्रकाशित हुई।
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